करोड़ों रुपये के छात्रवृत्ति घोटाला
करोड़ों रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले में उत्तराखंड के चार सरकारी अफसरों पर भी शिकंजा कस सकता है। इन्होंने अपनी वार्षिक आय कम दिखाकर अपने बच्चों को लाखों की छात्रवृत्तियां दिलवाई । जबकि उनको छात्रवृत्ति नहीं मिलनी चाहिये थी। विजिलेंसकेI टीम इन अधिकारियों की जांच में जुटी हुई है। हाईकोर्ट के आदेश पर विजिलेंस ऐसे लोगों की पड़ताल कर रही है, जो सरकारी कर्मचारी है या थे और उन्होंने अपने बच्चों के लिए गलत तरीके से छात्रवृत्ति का लाभ लिया। टीम की जांच के दौरान सामने आया है कि इनमें से चार हरिद्वार और दून के सरकारी विभागों में अधिकारी पद पर हैं। उन्होंने अपनी आय कम दिखाकर पाठ्यक्रमों में अपने बच्चों को छात्रवृत्ति का लाभ दिलवाया। इसके अलावा करीब 10 लोग और भी जांच के दायरे में आए हैं, जो सरकारी विभागों में संविदा या फिर आउटसोर्स कर्मचारी हैं। हालांकि, यही तक जांच करने पर सामने आया है कि इनकी वार्षिक आय ढाई लाख रुपये से कम है। तथ्य प्राप्त:
कृष्ण कुमार वीके, डीआईजी विजिलेंस
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