प्रसाद बेचकर कमाये 34 लाख रुपये

प्रसाद बेचकर कमाये 34 लाख रुपये


उत्तराखंड की चारधाम यात्रा देश में  ही नहीं विदेश  में भी प्रसिद्ध है यात्रा के दौरान  हज़ारो विदेशी पर्यटक चारधाम यात्रा करते है। 
इस बार 225 महिलाओं के समहू ने प्रसाद के व्यापार किया यात्रा में पानी से लेकर हैलीकॉप्टर से भ्रमण तक का व्यवसाय होता है। इन यात्राओं में प्रसाद हो या फूल सब बाहर से मंगाए जाते हैं। हालांकि बदरीनाथ में एक महिला समूहों ने चौलाई के लड्डू और अन्य स्थानीय उत्पादों से बने प्रसाद (जिसे पंच बदरी प्रसादम नाम दिया) की बिक्री करके लगभग 35 लाख रुपये अर्जित किये है। साथ ही संदेश भी दिया कि  पहाड़ की पवित्र भूमि में उत्पादित पवित्र अनाजों और फूलों से भी कमाई की जा सकती है। गौरतलब है कि प्रसाद की सामग्री शुद्ध जैविक उत्पाद की थी। प्रसाद से आर्थिक मजबूती का यह प्रयोग उदाहरण के रूप में लिया जा सकता है। इस बार बदरीनाथ धाम में पंच बदरी प्रसादम विक्रय केंद्र खोला गया। इस केंद्र को जोशीमठ विकास खंड की स्वयं सहायता समूह चला रही थी। प्रशासन ने समूहों को काउंटर उपलब्ध कराये। यात्रा में बदरीनाथ आने वाले यात्रियों ने प्रसाद के इन पैकेटों को श्रद्धापूर्वक खरीदा। प्रसादम में चौलाई के लड्डू, माणा के निकट बहती सरस्वती नदी का पवित्र जल, मासी की धूप और तुलसी की माला थी। मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे ने बताया कि पंच बदरी प्रसादम के अंतर्गत पंच बदरी काउंटर से आठ लाख , एसएचजी सप्लाई काउंटर से पांच लाख , एसएचजी सेलिंग लड्डू प्रसाद आफ माणा से चार लाख, एसएचजी सेलिंग सरस्वती नदी जल से तीन लाख, एसजीएच पंच शॉप से तीन लाख, एसजीएच सेलिंग तुलसी माला बदरीनाथ से आठ लाख रुपये की बिक्री हुई। इस तरह इन समूहों को कुल 34 लाख 17 हजार रुपये प्राप्त हुए। मुखय विकास अधिकारी ने  इन स्वयं सहायता समूहों में कार्यरत महिलाओ की सहराना की ।