ड्राइविंग टेस्ट में 50% हो रहे फ़ैल

दो दिसंबर से दोपहिया का परमानेंट लाइसेंस बनाने के लिए टेस्ट आईडीटीआर झाझरा में शिफ्ट हो गया है। यहां ट्रैक पर दोपहिया चलाना होता  है। जब से टेस्ट झाझरा शिफ्ट हुआ तब से रोजाना 50 फीसदी लाइसेंस आवेदक फेल हो रहे हैं।
इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च (आईडीटीआर) के ट्रैक पर दोपहिया वाहन चलाने का टेस्ट देने वाले आवेदकों के हाथ-पांव कांप रहे हैं। ज्यादातर आवेदकों का ट्रैक पर सतुंलन खराब रहा है। इस टेस्ट में महिलाओं की संख्या ज्यादा है। दोपहिया वाहनों के ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट पहले आरटीओ दफ्तर में होता था। एक अधिकारी ने बताया कि झाझरा में अंग्रेजी के आठ के आकार का ट्रैक बना है। इस पर दोपहिया चलाना पड़ता है। ट्रैक पर सेंसर लगे हैं। अधिकतर आवेदक घुमाव पर स्कूटर और बाइक घुमाने के लिए अपने पांव जमीन पर रख कर मोड़ रहे है।